हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार
हो जाओ तैयार साथियों, हो जाओ तैयार ।
अर्पित कर दो निज तन-मन, मांग रहा बलिदान वतन ।
सोच-सोच में समय गया, उठो, लिखो इतिहास नया
बंसी फेंको और उठा लो हाथों में तलवार ।।2।। हो....
तूफानी गति रुके नहीं, शीश कटे पर झुके नहीं ।
उठे हुए माथे के सम्मुख ठहर न पाती हार ।।3।। हो....
गूँज उठे धरती-अंबर, और उठा लो ऊँचा स्वर ।
काटी-कोठी कंठों से गूंजे भारत की जय जयकार ।।4।। हो ..
#Desh_Bhakti_Geet,
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