Wednesday, May 27, 2020

पापी कौन ? (Who is the sinner?)

पापी कौन

एक राजा ब्राह्मणों को लंगर में महल के आँगन में भोजन करा रहा था। राजा का रसोईया खुले आँगन में भोजन पका रहा था। उसी समय एक चील अपने पंजे में एक जिंदा साँप को लेकर राजा के महल के उपर से गुजरी। पँजों में दबे साँप ने अपनी आत्म-रक्षा में चील से बचने के लिए अपने फन से जहर निकाला। रसोईया जो लंगर ब्राह्मणों के लिए पका रहा था, उस लंगर में साँप के मुख से निकली जहर की कुछ बूँदें खाने में गिर गई। किसी को कुछ पता नहीं चला। फल-स्वरूप वह ब्राह्मण जो भोजन करने आये थे उन सब की जहरीला खाना खाते ही मौत हो गयी। अब जब राजा को सारे ब्राह्मणों की मृत्यु का पता चला तो ब्रह्म-हत्या होने से उसे बहुत दु:ख हुआ।
ऐसे में अब ऊपर बैठे यमराज के लिए भी यह फैसला लेना मुश्किल हो गया कि इस पाप-कर्म का फल किसके खाते में जायेगा ?

1. राजा - जिसको पता ही नहीं था कि खाना जहरीला हो गया है।
2. रसोईया - जिसको पता ही नहीं था कि खाना बनाते समय वह जहरीला हो गया है।
3. वह चील - जो जहरीला साँप लिए राजा के ऊपर से गुजरी।
4. वह साँप - जिसने अपनी आत्म-रक्षा में जहर निकाला था।

बहुत दिनों तक यह मामला यमराज की फाईल में अटका रहा। 
एक दिन कुछ ब्राह्मण राजा से मिलने उस राज्य मे आए और उन्होंने किसी महिला से महल का रास्ता पूछा। उस महिला ने महल का रास्ता तो बता दिया पर रास्ता बताने के साथ-साथ ब्राह्मणों से ये भी कह दिया कि, "देखो भाई ! जरा ध्यान रखना, वह राजा आप जैसे ब्राह्मणों को खाने में जहर देकर मार देता है।"

जैसे ही उस महिला ने ये शब्द कहे, उसी समय यमराज ने फैसला ले लिया कि उन मृत ब्राह्मणों की मृत्यु के पाप का फल इस महिला के खाते में जाएगा और इसे उस पाप का फल भुगतना होगा। यमराज के दूतों ने पूछा - "प्रभु ऐसा क्यों ? जबकि उन मृत ब्राह्मणों की हत्या में उस महिला की कोई भूमिका भी नहीं थी।"

तब यमराज ने कहा - "भाई देखो ! जब कोई व्यक्ति पाप करता हैं तब उसे बड़ा आनन्द मिलता हैं। पर उन मृत ब्राह्मणों की हत्या से ना तो राजा को आनन्द मिला, ना ही उस रसोइया को आनन्द मिला, ना ही उस साँप को आनन्द मिला और ना ही उस चील को आनन्द मिला। पर उस पाप-कर्म की घटना को बुराई करने के भाव से बखान कर उस महिला को जरूर आनन्द मिला। इसलिये राजा के उस अनजाने पाप-कर्म का फल अब इस महिला के खाते में जायेगा।"

बस इसी घटना के तहत आज तक जब भी कोई व्यक्ति जब किसी दूसरे के पाप-कर्म का बखान बुरे भाव से करता हैं तब उस व्यक्ति के पापों का हिस्सा उस बुराई करने वाले के खाते में भी डाल दिया जाता है।
अक्सर हम जीवन में सोचते हैं कि हमने जीवन में ऐसा कोई पाप नहीं किया, फिर भी हमारे जीवन में इतना कष्ट क्यों आया ? ये कष्ट और कहीं से नहीं, बल्कि लोगों की बुराई करने के कारण उनके पाप-कर्मो से आया होता हैं जो बुराई करते ही हमारे खाते में ट्रांसफर हो जाता हैं।
"जय सदगुरू देव

Tuesday, December 24, 2019

Marriage Bio Data

Marriage Bio Data शादी के लिए बायो डाटा


How to Make Bio Data for Marriage | #Marriage_Biodata
शादी के लिए बायो डाटा कैसे बनाये 
दोस्तों आज के इस आधुनिक दौर में हर चीज आधुनिकता की ओर अग्रसर है बायो डाटा का हिंदी अर्थ जीवनवृतांत  होता है मतलब अपने जीवन के बारे में कुछ जानकारी।

शादी के बायो डाटा बनाते समय हमें उसमे अपने नाम, जन्मतिथि, जन्मस्थान, अपने परिवार, घर, नौकरी / व्यापार, शिक्षा, आदि का विवरण दिया जाता है।  बायो डाटा का एक प्रारूप आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हु।

Click here

इस प्रारूप को कैसे बनाना है इसकी जानकारी एक वीडियो के माद्यम से में प्रस्तुत कर रहा हु।





Click Here for Download Marriage Bio Data template 1

How To make Marriage Bio Data for Boys (With Hindi Audio)


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Marriage Bio Data | How to Make Bio Data for Marriage
Marriage Biodata | How to Make Marriage Bio Data in Excel


Friday, November 15, 2019

Excel Tutorial By GyanNiti




Microsoft Excel Tutorial
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  18. Automatic Sale Invoice | How to make Automatic sale Invoice In Excel
  19. How to Maintain Bank Transaction In Excel | Basic Data Entry Course Part - 1
  20. GST Purchase | How to maintain GST Purchase Record in Excel
  21. GST Purchase Order Create In Excel | GST Purchase Order Template
  22. How To Make GST Sale Invoice In Excel | GST Invoice Format/Template
  23. How to Maintain Daily Expenses in Excel | Expenses Record Maintain in Excel
  24. How to Maintain Stock In Excel In Hindi With Example
  25. How to Make Attendance Sheet In Excel | How to Maintain Attendance in excel
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Sunday, October 20, 2019

क्या है जिंदगी ? ( What is life ? ) Kya Hai Zindagi


नमस्कार दोस्तों

में आज आपके समक्ष एक कविता प्रस्तुत कर रहा हूँ ! जो मेने काफी समय पहले लिखी थी ! आज इस में बदलाव के बाद ब्लॉग के माद्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ ! जिसका शीर्षक है

 " क्या है जिंदगी ?" 

दोस्तों इस कविता में एक प्रश्न है , क्या है जिंदगी ? जैसा की यह इस कविता का शीर्षक भी है !
इस कविता की हर आने वाली पंक्ति इस प्रश्न का जवाब देने की कोशिश करती है, की यह जिंदगी (जीवन ) क्या है ! लेकिन वह पूर्ण रूप से भी अपूर्ण रह जाती है अथार्थ अपने आप में  यह उतर पूरा नहीं होता ! जाने कितने ही जवाब मिलने के बाद भी फिर वही प्रश्न आ जाता है !

क्या है जिंदगी ? 

  सब कुछ जानते हुए भी यह प्रश्न अधूरा रह जाता है !


क्या है जिंदगी ? 

क्या है जिंदगी ? 

जीने की है चाह जिंदगी, 
मृत्यु की है राह जिंदगी !

सूरज उगता दिन जिंदगी,
सूरज ढलता रत जिंदगी !! १ !!

क्या है जिंदगी ? 

रिश्तो का है तार जिंदगी ,
समाज का जंजाल जिंदगी !

दुखो का है पहाड़ जिंदगी,
सुखो का अम्बार जिंदगी !! २ !!

क्या है जिंदगी ?

वर्षा की है फुआर जिंदगी,
गर्मी की है प्यास जिंदगी !

काँटों की है चुभन जिंदगी,
फूलो का है अहसास जिंदगी !! ३ !!

क्या है जिंदगी ?

वायु का है वेग जिंदगी,
लहरों का है भवर जिंदगी,

आसमा की है उचाई जिंदगी 
सागर की है गहराई जिंदगी  !! ४ !!

क्या है जिंदगी ?

दोस्ती की है चाह जिंदगी 
दुश्मनी की है आग जिंदगी ! 

हर माँ की है आस जिंदगी 
पिताजी का विश्वास जिंदगी !! ५ !!

क्या है जिंदगी ?

हर दिन है त्यौहार जिंदगी 
हर रात है भार जिंदगी !

तलवार की है धार जिंदगी,  
सुई में है सुराख जिंदगी !! ६ !!

क्या है जिंदगी ?

मोती की है चमक जिंदगी, 
चाँद में है दाग जिंदगी !

पानी का है पहाड़  जिंदगी, 
कोयले की है राख जिंदगी !! ७ !!

क्या है जिंदगी ? क्या है जिंदगी ?

-: Vivek Seth :-

दोस्तों इस कविता के माध्यम से जिंदगी को जितना समझ पाया, उसका कुछ अंश आपके समक्ष रखने का प्रयास किया, लेकिन फिर भी मेरा अभी भी यह प्रश्न का उत्तर अधूरा है ! हर वक्त से साथ इस प्रश्न का उत्तेर भिन्न रहा है, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती रही, उतर बढ़ने के साथ-साथ बदलते भी रहे ! 

                   कहते है ना "वक्त हर जख्म को भर देता है" उसी तरह इस बात में भी कोई  दो राय नहीं कि जिंदगी का अर्थ समय के साथ बदलता रहता है ! 
                   जिंदगी के बारे में आपकी क्या राय है, मुझे आपके जबाब का इंतज़ार रहेगा !

Succulents, Hands, Woman, Female, Holding, Girl